काठीकुंड। दुमका जिला के काठीकुंड प्रखंड के बिछियापहाड़ी पंचायत अंतर्गत यूपीएस बंदोबेड़ा पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। विद्यालय एक ऐसा परिवेश है, जिससे अभिभावक आश्वस्त रहते हैं कि हमारे बच्चे शिक्षित और सुरक्षित माहौल में अपना भविष्य पढ़ेंगे। इसी सोच के साथ सरकारी तंत्र भी इस महकमे पर वृहद पैमाने पर पैसे खर्च करता है।
यूपीएस बंदोबेड़ा ऐसी अवस्था में है कि उन्हें सुरक्षित माहौल में शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए दुरुस्त विद्यालय भवन मौजूद नहीं है। ऐसे में बच्चे जर्जर विद्यालय में बैठकर पढ़ने से डरते हैं। कहीं अकस्मात कोई अनचाही दुर्घटना हो जाती है तो इसका उत्तरदायी कौन होगा? पहली कक्षा से लेकर पांचवीं कक्षा तक अठारह बच्चे नामांकित हैं। बच्चे स्वस्थ माहौल के बीच गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हासिल करने जाते हैं। इस स्थिति में बच्चे अपना भविष्य कैसे सवारेंगे? शुक्रवार को प्रखंड के विद्यालय में भ्रमण के दौरान बंदोबेड़ा जर्जर दिखा। जिनके अभिलंब जीर्णोद्वार या नए विद्यालय भवन का निर्माण आवश्यक प्रतीत हुआ।
अभिभावकों का कहना है कि बच्चे भय का माहौल शिक्षा ग्रहण करने आते है। डर लगा रहता है कि कब स्कूल का छत भरभरा कर गिर ना जाए।
स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक का कहना है कि इस समस्या से अवगत उच्च पदाधिकारी को कर दिया गया
है।
एक टिप्पणी भेजें